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Gulzar Talks

टेलीग्राम चैनल का लोगो gulzartalks — Gulzar Talks G
टेलीग्राम चैनल का लोगो gulzartalks — Gulzar Talks
चैनल का पता: @gulzartalks
श्रेणियाँ: कोटेशन
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 15.13K
चैनल से विवरण

घमंड ना करना जिंदगी में तकदीर बदलती रहती है,
आइना वही रहता है तस्वीर बदलती रहती है! ❤️
Ads free channel 🤗
YouTube - https://youtu.be/cU5rlFL_BXA
Admin - @mahakal_dpk
#gulzar #loveshayari #shayri #sadshayari

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नवीनतम संदेश 34

2022-01-13 08:50:14 वे तुम्हारा "पूरा नाम" पूछेंगे, क्योंकि जाति पूछने से उनकी प्रगतिशीलता आहत होती है।

- राहुल तोमर
2.9K views05:50
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2022-01-13 08:50:08 दो अजनबी मिले
दोस्त बने
प्यार हुआ
दोनो ने एक दूजे के लिए
खुद को बदला
कुछ अहसास बदले
और फ़िर एक दूजे का माथा चूम
प्यार से कहा
" यू डीज़र्व बेटर"

और फ़िर दोनों बढ़ चले
बदलाव की नई राह पे!!
2.8K views05:50
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2022-01-13 08:40:57 ज़िंदगी से यही गिला है मुझे
तू बहुत देर से मिला है मुझे


~ अहमद फ़राज़
2.8K views05:40
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2022-01-13 08:36:58 तेरा शहर जो पीछे छूट गया
कुछ अंदर अंदर टूट गया
हैरान हैं......मेरे दो नैना
ये झरना कहां से फूट गया...!!!
2.8K views05:36
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2022-01-13 08:36:31 करोड़ों रुपए खर्च हुए विज्ञापनों में और बात हुई गरीबी हटाने की।
2.7K views05:36
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2022-01-06 19:17:49 फिलहाल तुझसे ना कोई तलब़ है ना
तमन्ना,
इस दुनिया में तेरा होना ही बहुत
है ।
3.1K views16:17
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2022-01-05 21:30:57 इश्क़ में जीत के आने के लिए काफी हूँ
मैं निहत्था ही ज़माने के लिए काफी हूँ

ये अलग बात है के अब सूख चुका हूँ फिर भी
धूप की प्यास बुझाने के लिए काफी हूँ

बस किसी तरह मेरी नींद का ये जाल कटे
जाग जाऊँ तो जमाने के लिए काफी हूँ

जाने किस भूल भुलैया में हूँ खुद भी लेकिन
मैं तुझे राह पे लाने के लिए काफी हूँ

डर यही है कि मुझे नींद न आ जाए कहीं
मैं तेरे ख़्वाब सजाने के लिए काफी हूँ

ज़िन्दगी ढूँढती फिरती है सहारा किसका
मैं तेरा बोझ उठाने के लिए काफी हूँ

मेरे दामन में हैं सौ चाक मगर ऐ दुनिया
मैं तेरे ऐब छुपाने के लिए काफी हूँ

एक अख़बार हूँ औक़ात ही क्या मेरी मगर
शहर में आग लगाने के लिए काफी हूँ

मेरे बच्चों....मुझे दिल खोल के तुम खर्च करो
मैं अकेला ही कमाने के लिए काफी हूँ


पंक्तियाँ : डा. राहत इंदौरी
531 views18:30
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2022-01-02 18:13:09
2.7K views15:13
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2021-12-31 20:07:07
2.3K views17:07
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2021-12-30 19:31:41 इन्सान की समझ सिर्फ़ इतनी ही है कि उसे जानवर कहो तो नाराज़ हो जाता है और शेर कहो तो खुश।
3.7K views16:31
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