नर शरीर अनमोल रे प्राणी, प्रभु कृपा से पाया है| झूठे जग प्रपं | || Ghalib Ki yadein |🥀| गालिब की यादें ||❤️🔥
नर शरीर अनमोल रे प्राणी,
प्रभु कृपा से पाया है|
झूठे जग प्रपंच में पढ़ कर,
क्यों प्रभु को विश राया है|
फिर धुन धुन पछताएगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन पाएगा,
राम नाम के साबुन से जो
मन का मेल छुड़ाए गा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन पाएगा!
#lovemeki
🅹 🅸🅽 :- @FAREBI_VCC