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𝐎𝐟𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐖𝐞𝐛𝐬𝐢𝐭𝐞 :

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2022-03-01 05:35:59
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2022-03-01 04:48:30 एज्युकेशन न्यूज़ ग्रुप 1मार्च.pdf
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2022-03-01 04:46:17
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2022-02-28 18:12:49 पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने पर काम शुरू:19 हजार करोड़ सालाना भार पड़ेगा, 5.50 लाख कर्मचारियों को होगा फायदा
जयपुर

राजस्थान में सरकार ने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की बजट घोषणा पर काम शुरू कर दिया है। वित्त विभाग ने पुरानी पेंशन को लागू करने से पहले पेंशन सिस्टम से जुड़े डेटा जुटाने शुरू कर दिए हैं। 1 अप्रैल से रिटायर होने वाले कर्मचारियों को पुरानी पेंशन ​स्कीम के हिसाब से करीब आधे वेतन जितनी पेंशन मिलेगी, जबकि नई पेंशन स्कीम में यह पैसा बहुत कम है। नई पेंशन स्कीम में कर्मचारी के मूल वेतन और DA को मिलाकर 10% पैसा कटता है व इतना ही सरकार मिलाती है।

वित्त विभाग में जयपुर से लेकर जिलों तक तैयारियां चल रही है। डेटा कलेक्शन का काम चल रहा है। एक मोटे अनुमान के अनुसार सरकार पर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने से सालाना 19000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा, इसमें सालाना 10 फीसदी की बढ़ोतरी भी होगी। नई पेंशन स्कीम में कर्मचारी के मूल वेतन और डीए की 10 फीसदी राशि राज्य सरकार मिलाती थी, इस पर सरकार को सालाना करीब 1900 करोड़ रुपए का भार आता है। सरकार पर ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने से तत्काल बहुत बड़ा भार नहीं आने वाला है। क्योंकि 2004 और उसके बाद सरकारी नौकरी में लगे कर्मचारी 2030 के आसपास रिटायर होंगे। ऐसे में 2030 से फिर सालाना यह भार बढ़ता जाएगा।


न्यू पेंशन स्कीम के 25 हजार करोड़ बैंक में जमा
न्यू पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों के वेतन से काटे गए एनपीएस अंशदान और सरकार के योगदान को मिलाकर करीब 25 हजार करोड़ रुपए ट्रस्टी बैंक में जमा हो चुका है। इसमें से 13.24 प्रतिशत राशि शेयर मार्केट और विभिन्‍न कम्‍पनियों में लगाई गई है। निवेश की गई इस रकम की मौजूदा वैल्यू 31 हजार करोड़ से ज्यादा है।

5.50 लाख कर्मचारी न्यू पेंशन स्कीम में
राज्‍य में न्‍यू पेंशन स्‍कीम के तहत सरकारी विभागों में 5 लाख 22 हजार कर्मचारी हैं, इसके अलावा 38000 कर्मचारी ऑटोनोमस बॉडीज में काम कर रहे हैं।

नई पेंशन स्कीम में 5 साल में 2441 कर्मचारी रिटायर्ड
न्यू पेंशन स्कीम में 2016 से लेकर मार्च 2022 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों की संख्या 2441 होगी। विधानसभा के सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2021 तक नई पेंशन वाले 1718 कर्मचारी रिटायर्ड हुए हैं। जबकि इस साल मार्च तक 726 कर्मचारी रिटायर होंगे।

एक साल में औसतन 30 हजार कर्मचारी रिटायर्ड
राज्य में औसतन 30 हजार कर्मचारी रिटायर्ड हो जाते हैं। राज्य में अभी 4 लाख 59 हजार 975 कुल पेंशनर्स ​हैं। इनमें से 1,50,586 फेमिली पेंशनर्स हैं। 1 अप्रैल 2004 से सरकारी सेवा में नियुक्त होने वाले कर्मचारी अफसरों को न्यू पेंशन स्कीम में शामिल किया था।

सरकार का वेतन भत्तों पर खर्च और बढ़ेगा
पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने से सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ेगा। मोटे अनुमान के अनुसार 19 हजार करोड़ के आसपास सालाना भार पड़ेगा, जो हर साल 10 फीसदी की दर से बढ़ेगा। सरकार पर अभी भी कर्ज का आंकड़ा 5 लाख करोड़ को पार कर चुका है और सालाना 30 हजार करोड़ तो ब्याज चुकाने में ही खर्च हो जाता है। वित्तीय जानकारों के मुताबिक, आगे सरकार की आर्थिक सेहत पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है।

पहले इनकार किया, अचानक बजट में घोषणा
पुरानी पेंशन लागू करने के बारे में गहलोत सरकार शुरू से इनकार करती आ रही थी। पिछले तीन साल में जब भी विधानसभा में पुरानी पेंशन स्कीम से जुड़े सवाल पूछे गए, सरकार ने हर सवाल का एक ही जवाब दिया कि पुरानी पेंशन स्कीम लागू नहीं होगी। भविष्‍य में पेंशन भार को सहनीय बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरह राज्य में भी 1 जनवरी 2004 और इसके बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए न्यू पेंशन स्कीम लागू की है।
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2022-02-28 18:12:40 REET कटऑफ में नंबर के बाद भी नियुक्ति का संकट:कैंडिडेट के मार्क्स काफी ज्यादा, मेरिट वालों को मिलेगा मौका; जानिए अब आगे क्या होगा
बीकानेर

REET-21 के लेवल वन की कटऑफ में अगर आपका नंबर आता है तो ये टीचर पद पर नियुक्ति का आधार नहीं है। नियुक्ति पाने वाले कैंडिडेट के मार्क्स इस कटऑफ से भी काफी ज्यादा होंगे। एक्सपर्ट का मानना है कि जनरल कैटेगरी में 135 या उससे अधिक अंक वालों की नियुक्ति तय मानी जा रही है। हालांकि शिक्षा विभाग ने 130 कटऑफ माना है।

कटऑफ मार्क्स में ऐसे आएगा अंतर
दरअसल, सामान्य वर्ग में महिला व पुरुष का कटऑफ मार्क्स 130 दिया गया है। एक्सपर्ट की मानें तो ये 135 या इससे भी ज्यादा हो सकता है। दरअसल, दोगुना कैंडिडेट होने के कारण 130 से 134 अंक पर ही सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स होंगे। इन्हें नियुक्ति का अवसर नहीं मिलेगा। सामान्य पदों पर पहली नियुक्ति मेरिट में सबसे ज्यादा अंक लाने वाले कैंडिडेट को मिलेगी। इसी तरह आगे के पद भरे जाएंगे। ऐसे में अभी तय नहीं है कि नियुक्ति पाने वाले का कटऑफ मार्क्स क्या होगा।

अब आगे ये प्रोसेस
शिक्षा विभाग ने जिलावार सूची तैयार कर ली है। ये सूची आज-कल में सभी जिलों में पहुंच जाएगी। ऐसे में सभी कैंडिडेट्स को अपने वो डॉक्यूमेंट चेक करवाने होंगे जो उन्होंने ऑनलाइन में बताए थे। अगर किसी डॉक्यूमेंट में अब कमी रही तो कैंडिडेट नियुक्ति से वंचित हो जाएगा। ये सूची बनने पर लिस्ट वापस शिक्षा निदेशालय आएगी। यहां से इस लिस्ट को पूरे स्टेट के आधार पर तैयार किया जाएगा। फिर सभी जिलों को मेरिट के आधार पर चयनित कैंडिडेट्स के नाम भेजे जाएंगे। जिले में जिस कैंडिडेट के मार्क्स ज्यादा हैं, उसे प्राथमिकता से पोस्टिंग दी जाएगी। सभी चयनित उम्मीदवारों की पहली नियुक्ति रूरल एरिया में होगी। बड़ी संख्या में जिले से बाहर भी नियुक्ति मिल सकती है।

हर जिले में पांच टीम
शिक्षा निदेशालय ने डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए हर जिले में पांच टीम बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि जल्द ही डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन हो सके। अगर कहीं कैंडिडेट्स ज्यादा है तो छह टीम भी बनाई जा सकती है।

अन्य राज्यों के कैंडिडेट बीकानेर आएंगे
राजस्थान के कैंडिडेट्स को अपने जिले में ही डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे, जबकि राज्य से बाहर के कैंडिडेट्स को बीकानेर आकर अपने डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे। अन्य स्टेट के डॉक्यूमेंट का वैरिफिकेशन संबंधित यूनिवर्सिटी से भी किया जा सकता है। कई बार टीम बनाकर यूनिवर्सिटी में बीकानेर से ही कर्मचारी भेजे जाते हैं, ताकि ये स्पष्ट हो जाए कि डिग्री फर्जी तो नहीं है।

इसलिए डबल कैंडिडेट्स
दरअसल, पूर्व में हुई नियुक्तियों में शिक्षा विभाग पदों के आधार पर ही डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन करवाता था। ऐसे में अयोग्य पाए गए कैंडिडेट्स की जगह दूसरे कैंडिडेट्स को बुलाने में समय लगता था। ऐसे में अब एक साथ ही डॉक्यूमेंट वैरिफाई करके कमी वाले अलग कर दिए जाएंगे और इसके बाद बचे उम्मीदवारों को उपलब्ध पदों पर नियुक्ति दी जाएगी।
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2022-02-28 17:57:35 Emailing Info_for_Acharya_Exam_2021_26_02_2022.pdf
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2022-02-28 17:43:53 अजमेर संभाग वरिष्ठता सूची मे संशोधन अंकन
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