Get Mystery Box with random crypto!

पूज्य श्री Devkinandan Thakur Ji महाराज जी के सानिध्य में 305 | Devkinandan Thakur ji

पूज्य श्री Devkinandan Thakur Ji महाराज जी के सानिध्य में 305 Riva Ridge Wylie Texas में श्री कृष्ण कथा का आयोजन किया जा रहा है,
कथा के प्रथम दिवस में की शुरुआत- ‘हमारो धन राधा श्री राधा श्री राधा’ कीर्तन से की।

पूज्य महाराज श्री ने भक्त जनों को गीता ज्ञान से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताई और कहा कि- गीता ज्ञान वो अद्भुत ज्ञान है जिस ज्ञान को प्राप्त करके ना लड़ने वाला अर्जुन भी लड़ने के लिए तैयार हो गया। जीवन भी एक महाभारत के युद्ध की तरह ही है। इसमें हमेशा हमें अपनों के खिलाफ ही लड़ना पड़ता है। इस वाक्य में अपनों का मतलब अपने परिवार से नहीं अपनों का मतलब खुद से है, यानि जीवन में आपकी लड़ाई आप से ही है। और यह लड़ाई लड़ना बिल्कुल आसान नहीं है। इन सब विषयों के समझने के लिए ही हमें भगवान ने अर्जुन के माध्यम से गीता का उपदेश दिया।

आगे पूज्य महाराज श्री ने आनंद पर विशेष प्रसंग की शुरुआत करते हुए कहा- कि चाहे- रशियन हो , अमेरिकन हो, यूरोपियन हो, चाईनीज हो या इंडियन हो, सबको अपने जीवन में क्या चाहिए? आनंद। आनंद शब्द का इस्तेमाल तो बहुत से लोग करते हैं, लेकिन इस शब्द का अर्थ हर कोई नहीं जानता।
आनंद की सीमा अलग-अलग हैं। आनंद ना ही खाने में है, ना ही सोने में हैं और ना ही पैसा कमाने में हैं। भक्तजनों के सामने विभिन्न उदाहरण पेश करने के बाद पूज्य महाराज श्री कहते हंा कि- आनंद अनुभव उसे कहते हैं जिसकी कोई सीमा न हो एवं असंख्य हो। बड़े से बड़े राजा महाराजा जिनकी ज़िदंगी आज के समय के मुकाबले काफी बेहतर हुआ करती थी। स्वस्छ वातावरण , शुद्ध खान-पान एवं लांखों लोगों की इज्जत मिलने के बावजूद कुछ राजा महाराजाओं ने अपनी सुविधाओं का त्याग किया, और धोती पहनकर आनंद की तलाश में निकल पड़े।
आनंद का नाम है परमात्मा सर्वेश्वर श्री कृष्ण जहां कृष्ण हैं वहीं आनंद है।

#VssctNews #thakurjiprasang #VssctOnline #ShriDevkinandanThakurJi #VijaySharmaVssct #DnThakurJi #vsscm #thakurji #thakurjimaharaj