विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में विश्व शांति | Devkinandan Thakur ji
विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में विश्व शांति सेवा समिति अमरावती, श्री राधा मधुसूदन सनातन संस्कृति फाउंडेशन के सयुंक्त प्रयास से पूज्य @shridevkinandanthakurjimaharaj जी महाराज के पावन सानिध्य में दिनांक 18 से 20 अप्रैल 2022 तक संत ज्ञानेश्वर संस्कृत भवन मोर्शी रोड #अमरावती, #महाराष्ट्र में श्री #कृष्ण #कथा का आयोजन किया जा रहा है।
श्री कृष्ण कथा के तृतीय दिवस की शुरुआत प्रियाकांत जू की आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थान के साथ की गई।
पूज्य महाराज श्री ने कथा सभागृह में बैठे सभी भक्तों को भजन "श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है।"श्रवण कराया”।
पूज्य महाराज जी ने कथा की शुरूआत करते हुए कहा कि सत्संग में जाने से क्या प्राप्त होता है सत्संग में जाने से व्यक्ति विवेकवान होता हैबिनु सतसंग बिबेक न होई जो मनुष्य सत्संग में नहीं जाता वो विवेकशील नहीं हो सकता इन्ˈटे̮लिजन्ट् तो बहुत मिल जायेंगे लेकिन विवेकवान मिलना बहुत मुश्किल है विवेकशील व्यक्ति कभी भी अपना और समाज का लॉस नहीं करता है स्वार्थी बहुत है इन्ˈटे̮लिजन्ट् स्वार्थी भी बहुत होते है और वो अपना भी कल्याण ढंग से न करे सके तो वो ढंग का स्वार्थी भी नहीं। कई बार दिखता है की हम अपना भला कर रहे है हमारा भला हो गया सच ये है की हमारा उसमे भला नहीं हमारा बुरा होता है तो विवेकवान कौन है ?
जिसे अपने भले अपने बुरे के पूर्ण बोध हो पूर्ण ज्ञान हो वही विवेकवान है। देखिये आँख से अँधा होना ये भाग्य की बात है लेकिन विवेक से अँधा होना ये दुर्भाग्य की बात है।