मौर्य साम्राज्य संबंधित जानकारी [PART - 04] ● इनमें पुरोहित, | Daily Gk
मौर्य साम्राज्य संबंधित जानकारी [PART - 04]
● इनमें पुरोहित, प्रधानमंत्री तथा सेनापति को कितना वार्षिक वेतन मिलता था → 48,000 पण
● समाहर्ता तथा सन्निधाता को वार्षिक वेतन कितना मिलता था → 24,000 पण
● कौटिल्य के अर्थशास्त्र में खान एवं धातुकर्म नियंत्रक को क्या कहते थे→ अकाराध्यक्ष
● लेखा नियंत्रक क्या कहलाता था → अक्षपटलाध्यक्ष
● आयुध-विभाग का अध्यक्ष क्या कहलाता था→ आयुधागाराध्यक्ष
● कारागार का अध्यक्ष क्या कहलाता था → बंधनागाराध्यक्ष
● आबकारी विभाग का अध्यक्ष क्या कहलाता था → सुराध्यक्ष
● वेश्याओं का निरीक्षक क्या कहलाता था → गणिकाध्यक्ष
● कताई-बुनाई का अध्यक्ष क्या कहलाता था → सूत्राध्यक्ष
● गोदाम का अध्यक्ष क्या कहलाता था→ कोष्टागाराध्यक्ष
● वन उत्पादों का अध्यक्ष कौन होता था → कृप्यायक्ष
● टकसाल का प्रमुख कौन होता था → लक्षणाध्यक्ष
● नमक आयुक्त क्या कहलाता था → लवणाध्यक्ष
● सर्वेक्षण एवं समयपालक कौन होता था → मनाध्यक्ष
● पासपोर्ट विभाग का अध्यक्ष कौन होता था → मुद्राध्यक्ष
● जहाज वाहन नियंत्रक कौन होता था → नावाध्यक्ष
● राज्य व्यापार नियंत्रक कौन होता था → पण्याध्यक्ष
● बंदरगाह नियंत्रक कौन होता था→ पत्तनाध्यक्ष
● पैदल सेनाध्यक्ष क्या कहलाता था → पत्याध्यक्ष
● माप-तौल नियंत्रक कौन होता था → पौतवाध्यक्ष
● निजी व्यापार नियंत्रक कौन होता था → संस्थाध्यक्ष
● राजसी भूमि का अध्यक्ष क्या कहलाता था→ सीताध्यक्ष
● पशुओं का रक्षक एवं बूचड़खाना नियंत्रक कौन होता था→ सुनाध्यक्ष
● चारागाह नियंत्रक कौन होता था→ विविताध्यक्ष
● धातु विभाग का अध्यक्ष कौन होता था → लोहाअध्यक्ष
● सोने के विभाग का अध्यक्ष क्या कहलाता था → सुवर्णाध्यक्ष
● वेश्या प्रमुख को क्या कहते थे → गणिका
● महावत क्या कहलाता था → हस्तिपक
● कार्य अधिकारी क्या कहलाता था → कार्मिक
● नदी रक्षक क्या कहलाता था → नदीपाल
● भंडारपाल क्या कहलाता था → निधायक (निविग्रह)
● परिचायक क्या कहलाता था→ परिकार्मिक
● मुद्रा निरीक्षक क्या कहलाता था→ रूपदर्शक
● सीमापाल क्या कहलाता था→ सौमिक
● लेखपाल क्या कहलाता था→ संख्यात्मक
● अधीनस्थ अधिकारी क्या कहलाता था → उपायुक्त
● मेगस्थनीज द्वारा वर्णित पाटलिपुत्र शासन के लिए 30 सदस्यीय कितनी समितियों का वर्णन किया गया है → छः
● उद्योग एवं शिल्प कार्य का निरीक्षण किस समिति के अधीन था → प्रथम समिति
● विदेशियों की देखरेख किस समिति के अधीन थी→ द्वितीय समिति
● जन्म-मरण का विवरण रखना किस समिति के अधीन था → तृतीय समिति
● व्यापार एवं वाणिज्य की देखभाल किस समिति के अधीन थी → चतुर्थ समिति
● निर्मित वस्तुओं के विक्रय का निरीक्षण किस समिति के अधीन था → पंचम समिति
● बिक्री कर वसूल करना किस समिति के अधीन था→ षष्ठम समिति
● मौर्यकालीन सैन्य प्रणाली में सेनानायक को कितना वार्षिक वेतन मिलता था → 12,000 पण
● सेना की व्यवस्था किस समिति के अधीन थी → प्रथम
● यातायात एवं रसद की व्यवस्था किस समिति के अधीन थी→ द्वितीय
● पैदल सैनिकों की देख-रेख किस समिति के अधीन थीं → तृतीय
● अश्वारोही सेना की देख-रेख किस समिति के अधीन थी → चतुर्थ
● हाथियों की सेना का रख-रखाव किस समिति के अधीन था → पंचम
● रथ सेना की देख-रेख किस समिति के अधीन थी → षष्ठम
● मौर्यकालीन स्तंभ पर सिंह, बैल की आकृति किस परंपरा का अनुकरण है → सिंधु