'माँ' जब खुश होते थे सच में हम, एक ऐसा भी कल होता था एक माँ की | Exam Crackers🔥
"माँ"
जब खुश होते थे सच में हम,
एक ऐसा भी कल होता था
एक माँ की गोदी होती थी,
एक माँ का आँचल होता था
उसको न कभी रोते देखा,
हर हाल में वो मुस्काती थी
कैसी भी घर पर हो विपदा,
हँसते-हँसते सह जाती थी
मन मेरा न कभी मरने देती,
हर खुशी बटोर वो लाती थी
कभी कम पड़ जाये रोटी तो,
खुद पानी पी सो जाती थी
तन,मन,जीवन जो दे पाये,
वो हिम्मत माँ में होती है
जितनी खूबी ईश्वर में होती,
वो सब माँ में होती है
Happy Mother's day