प्यारे पुरुष...
क्या तुम्हें याद है कि शादी की शुरुआत में मेरा शरीर कितना सुंदर... चिकना... और मोहक था !!!
मैं अभी भी वही सुंदर महिला हूं जिसके साथ तुमने प्रेम किया था जिसकी आंखें देख तुम हमेशा कहते थे कि तुम्हारी आंखों में डूब जाना चाहता हूं मैं...
फर्क इतना है कि मैंने तुम्हें बच्चे दिए और तुम्हारे वंश को बढ़ाने में अपना सहयोग दिया उसकी कीमत मेरी सुंदरता और अनुग्रहता का नुकसान है
अब मेरी बढ़ी हुई चर्बी की वजह से मुझसे शिकायत ना करो और ना समझो कि मेरा प्यार पहले जैसा नहीं रहा...
क्योंकि मेरे अंदर मां की ममता क एक गुण और आ गया साथ ही आपकी फिक्र तो हमेशा से थी...
याद रखिए ये पेट कभी गर्भ ग्रह था जिसको मैंने नौ महीने तक दर्द... थकान... और बजन... के साथ गले लगाया और एक नए जीवन को इस संसार में लाई इसके बदले मुझे कुछ नहीं चाहिए थोड़ा सम्मान और प्यार के अलावा
साभार
#RespectWomen