बड़े लम्बे, तेज चलने वाले, टेढ़ी चालवाले, भयंकर फनधारी काले ना | ब्रह्मचर्य
बड़े लम्बे, तेज चलने वाले, टेढ़ी चालवाले, भयंकर फनधारी काले नाग से काटा जाना भला, पर चंचल, लुभावनी, टेढ़ी चालवाली,
और मतवाली आँखोंवाली कामवासना से डसा जाना भला नहीं,
क्योंकि साँप के काटे हुए को बचाने वाले बहुत मिलते हैं, पर कामवासना के नशीले नयनों के काटे हुए की न कोई दवा है न इलाज
~ ऋषि भर्तृहरि, श्रृंगार शतकम (श्लोक 86)