Get Mystery Box with random crypto!

हिन्दी साहित्य / Hindi Literature

टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_sahitya — हिन्दी साहित्य / Hindi Literature
टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_sahitya — हिन्दी साहित्य / Hindi Literature
चैनल का पता: @hindi_sahitya
श्रेणियाँ: साहित्य , शिक्षा
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 12.14K
चैनल से विवरण

Best Channel On Telegram For the Preparation of #UPSC, #SSC, #Banking, #Railway, #Insurance, #Teaching and All Other Competitive Exams.
Disclaimer - We Don't Own any Materials Posted Here, for Any DMCA Enquiry. @ppawankumarr

Ratings & Reviews

3.00

3 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

1

4 stars

0

3 stars

1

2 stars

0

1 stars

1


नवीनतम संदेश

2021-07-13 18:15:01 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬

1. 'परीक्षा' शब्द है -

(A) तत्सम

(B) तद्भव

(C) देशज

(D) विदेशज

2. नागर का पर्यायवाची शब्द है -

(A) नगर

(B) ढोल

(C) चतुर

(D) ग्रामवासी

3. हर्ष का विलोम शब्द है -

(A) खेद

(B) वेदना

(C) दुःख

(D) विषाद

4. जिजीविषा

(A) जीवन से मुक्ति की इच्छा

(B)  जीवन की इच्छा

(C) जीविका कमाने की इच्छा

(D) किसी चीज को पाने की तीव्र उत्कंठा

5. त्रुटि छाँटिए -

(A) सीता राम की

(B) आज्ञाकारी

(C) पत्नी थी

(D)  त्रुटि नहीं

6. नाक पर सुपारी तोड़ना का अर्थ है -

(A) इज्ज़त उतार देना

(B) घृणा प्रकट करना

(C) बहुत परेशान करना

(D) असंभव कार्य करना

7. स्वर संधि का उदाहरण कौन-सा है?

(A) वागीश

(B) दिगंबर

(C) रत्नाकर

(D) दुष्कर्म

8. किस शब्द में उपसर्ग नहीं है -

(A) अपवाद

(B) पराजय

(C) प्रभाव

(D) ओढ़ना

9. 'चक्रपाणि' में कौन-सा समास है?

(A) अव्ययीभाव

(B) बहुब्रीहि

(C) कर्मधारय

(D) तत्पुरुष

10. निम्नलिखित शब्दों में स्त्रीलिंग शब्द है -

(A) अपराध

(B) अध्याय

(C) स्वदेश

(D) स्थापना

Answers: 1. (A) 2. (C) 3. (D) 4. (B) 5. (B) 6. (C) 7. (C) 8. (D) 9. (B) 10. (D).

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
204 views15:15
ओपन / कमेंट
2021-07-13 12:26:29 हिन्दी साहित्य के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर

1. ‘अतीत के चलचित्र’ के रचयिता कौन हैं? – महादेवी वर्मा
2. ‘अशोक के फूल’ (निबंध सग्रह) के रचनाकार कौन हैं? – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
3. ‘अष्टछाप’ के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि कौन हैं? – सूरदास
4. ‘आँसू’ (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
5. ‘एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।’ यह पंक्ति किस भाषा की है? – ब्रजभाषा
6. ‘कामायनी’ किस प्रकार का ग्रंथ है? – महाकाव्य
7. ‘गागर में सागर’ भरने का कार्य किस कवि ने किया है? – बिहारीलाल
8. ‘गाथा’ (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है? – प्राकृत
9. ‘घनिष्ठ’ की शुद्ध उत्तरावस्था क्या है? – घनिष्ठतर
10. ‘चारु’ शब्द की शुद्ध भावात्मक संज्ञा क्या है? – चारुता
11. ‘चिंतामणि’ के रचयिता कौन हैं? – रामचन्द्र शुक्ल
12. ‘जो अपनी जान खपाते हैं, उनका हक उन लोगों से ज़्यादा है, जो केवल रुपया लगाते हैं।’ यह कथन ‘गोदान’ के किस पात्र द्वारा कहा गया है? – महतो
13. ‘जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सारु। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥’ इस दोहे के रचनाकार का नाम क्या है? – देवसेन
14. ‘झरना’ (काव्य संग्रह) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
15. ‘दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।’ इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत
16. ‘देखन जौ पाऊँ तौ पठाऊँ जमलोक हाथ, दूजौ न लगाऊँ, वार करौ एक करको।’ ये पंक्तियाँ किस कवि द्वारा सृजित हैं? – नाभादास
17. ‘दोहाकोश’ के रचयिता कौन हैं? – सरहपा
18. ‘नमक का दरोगा’ कहानी के लेखक कौन हैं? – प्रेमचंद
19. ‘नागनंदा’ नामक संस्कृतनटक की रचना किस शासक ने की? – हर्षवर्धन ने
20. ‘नाट्यशास्त्र’ की रचना किसने की? – भरत मुनि
21. ‘निराला के राम तुलसीदास के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।’ यह कथन किस हिन्दी आलोचक का है? – डॉ. रामविलास शर्मा
22. ‘निरुत्तर’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद क्या है? – निः+उत्तर
23. ‘निशा -निमंत्रण’ के रचनाकार कौन हैं? – हरिवंश राय बच्चन
24. ‘पंचवटी’ कौन-सा समास है? – द्विगु
25. ‘पद्मावत’ किसकी रचना है? – मलिक मुहम्मद जायसी
26. ‘परहित सरिस धर्म नहि भाई, परपीड़ा सम नहिं अधमाई’। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास
27. ‘पल्लव’ के रचयिता कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत
28. ‘पवित्रता की माप है मलिनता, सुख का आलोचक है दुःख, पुण्य की कसौटी है पाप।’ यह कथन ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक के किस पात्र का है? – देवसेना
29. ‘प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।’ यह कथन किसका है? – नन्द दुलारे बाजपेयी
30. ‘प्रभातफेरी’ काव्य के रचनाकार कौन हैं? – नरेन्द्र शर्मा
31. ‘प्रिय दर्शिका’ नामक संस्कृत ग्रंथ की रचना किस शासक ने की? – हर्षवर्धन ने
32. ‘प्रेमसागर’ के रचनाकार कौन हैं? – लल्लू लालजी
33. ‘बाँगरू’ बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है? – खड़ीबोली
34. ‘बैताल पच्चीसी’ के रचनाकार कौन हैं? – सूरति मिश्र
35. ‘भक्तमाल” भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है, इसके रचयिता कौन थे? – नाभादास
36. ‘भरहूत स्तूप’ का निर्माण किसने कराया? – पुष्यमित्र शुंग ने
37. ‘भारत भारती’ (काव्य) के रचनाकार कौन हैं? – मैथिलीशरण गुप्त
38. ‘मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं।’ यह कथन किसका है? – रामचन्द्र शुक्ल का
39. ‘रस मीमांसा’ रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक कौन हैं? – आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
40. ‘रानी केतकी की कहानी’ की भाषा को क्या कहा जाता है? – खड़ीबोली
41. ‘रामचरितमानस’ में कितने काण्ड हैं? – 7
42. ‘रामचरितमानस’ में प्रधान रस के रूप में किस रस को मान्यता मिली है? – भक्ति रस
43. ‘लहरें व्योम चूमती उठती। चपलाएँ असंख्य नचती।’ पंक्ति जयशंकर प्रसाद के किस रचना का अंश है? – कामायनी
44. ‘शिवा बावनी’ के रचनाकार कौन हैं? – भूषण
45. ‘संस्कृति के चार अध्याय’ किसकी रचना है? – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
46. ‘साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप’। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीर
47. ‘सुन्दर परम किसोर बयक्रम चंचल नयन बिसाल। कर मुरली सिर मोरपंख पीतांबर उर बनमाल॥ ये पंक्तियाँ किस रचनाकार की हैं? – सूरदास
48. ‘सुहाग के नूपुर’ के रचयिता कौन हैं? – अमृतलाल नागर
49. ‘हरिश्चन्द्री हिन्दी’ शब्द का प्रयोग किस इतिहासकार ने अपने इतिहास ग्रंथ में किया है? – रामचन्द्र शुक्ल
50. ‘हितोपदेश’ की रचना किसने की? – नारायण पंडित
51. ‘हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग- एक’ के लेखक का क्या नाम है? – डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
52. ‘कनक-कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय’ में कौन-सा अलंकार है? – यमक
53. ‘पृथ्वीराज रासो’ के रचनाकार कौन हैं? – चन्दबरदाई
54. अंकोरवाट कहाँ स्थित है? – कंबोडिया

807 viewsedited  09:26
ओपन / कमेंट
2021-07-13 12:26:09 हिंदी व्याकरण - लोकोक्तियां 01

लोकोक्तियाँ

अक्ल बड़ी या भैंस- शारीरिक शक्ति की अपेक्षा बुद्धि का महत्व अधिक होता है |

अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना- सदा मूर्खतापूर्ण बातें या काम करते रहना।

अधजल गगरी छलकत जाए- थोड़ा होने पर अधिक दिखावा करना।

अपना हाथ जगन्नाथ- स्वतंत्र व्यक्ति जिसके काम में कोई दखल न दें ।

अपने पांव पर आप कुल्‍हाड़ी मारना- अपना अहित स्वयं करना।

अपनी अपनी डफली,अपना अपना राग- विचारो का बेमेल होना|

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत- समय गुज़रने पर पछतावा करने से कोई लाभ नहीं होता।

अशर्फ़ियाँ लुटाकर कोयलों पर मोहर लगाना- मूल्यवान वस्तु भले ही जाए, पर तुच्छ चीज़ों को बचाना।

आसमान से गिरा खजूर में अटका- एक विपत्ति से निकलकर दूसरी में उलझना |

आप भला सो जग भला- स्वयं सही हो तो सारा संसार ठीक लगता है |

आगे कुआँ पीछे खाई- हर तरफ परेशानी होना; विपत्ति से बचाव का कोई मार्ग न होना |

आगे नाथ न पीछे पगहा- कोई भी जिम्मेदारी न होना; पूर्णत: बंधनरहित होना |

आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास- इच्छितकार्य न कर पाने पर कोई अन्य कार्य कर लेना|

आटे के साथ घुन भी पिसता है- अपराधी के साथ निरपराधी भी दण्ड पा जाताहै |

अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा- जहाँ मुखिया ही मूर्ख हो, वहाँ अन्याय ही होता है।

अंधों में काना राजा- मूर्खों में थोड़ा सा ज्ञानी।

अंधी पीसे कुत्ता खाये- परिश्रमी व्यक्ति के असावधानी पर अन्य व्यक्ति का उपभोग करना|

आम के आम गुठलियों के दाम- दुहरा लाभ होना |

आँख का अँधा, नाम नैनसुख- गुण न होने पर भी गुण का दिखावा करना।

ओखली मे सिर दिया तो मूसल से क्या डर- कठिन कार्यो में उलझ कर विपत्तियों से क्या घबराना |

एक अनार सौ बीमार- समान कम चाहने वाले बहुत ।

एक और एक ग्यारह- एकता मे शक्ति होती है |

एक पंथ दो काज- एक प्रयत्न से दोहरा लाभ।

एक तो चोरी ऊपर से सीनाज़ोरी- गलती करने पर भी उसे स्वीकार न करके विवाद करना|

एक हाथ से ताली नही बजती- झगड़ा एक ओर से नही होता |

एक तो करेला, दूजे नीम चढ़ा- अवगुणी में और अवगुणों का आ जाना |

एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकती- एक स्थान पर दो विचारधारायें नहीं रह सकतीं हैं|

JOIN & SHRE ~ @Hindi_Sahitya
710 views09:26
ओपन / कमेंट
2021-07-12 18:12:40 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1. शुद्ध शब्द छांटिए –
अ. कवयित्री
ब. कवियत्री
स. कवियित्री
द. कवित्री

2. कष्ट से संपन्न होने वाला –
अ. कष्टकारी
ब. कष्टसाध्य
स. कष्टप्रद
द. कोई नहीं

3. ‘तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती हैं’ में अलंकार है -
अ. उत्प्रेक्षा
ब. श्लेष
स. यमक
द. रूपक

4. इति का विलोम शब्द होगा -
अ. अर्थ
ब. अंत
स. अथ
द. समाधार

5. 'नवनीत' शब्द का सही अर्थ है -
अ. घी
ब. नवीन
स. आकाश
द. मक्खन

6. ‘पंचवटी' में समास है -
अ. कर्मधारय
ब. बहुब्रीहि
स. द्विगु
द. द्वंद्व

7. 'वानर' का तद्भव रूप है -
अ. बानर
ब. बन्दर
स. बांदर
द. बाँदर

8. 'पत्थर की लकीर होना' का अर्थ है -
अ. कठोर होना
ब. कठिन होना
स. अमिट होना
द. मिट जाना

9. तालव्य व्यंजन है -
अ. च छ ज झ
ब. ट ठ ड ढ
स. त थ द ध
द. प फ ब भ

10. सन्मार्ग –
अ. स्वर संधि
ब. व्यंजन संधि
स. विसर्ग संधि
द. इनमें से कोई नहीं

उत्तर : 1. अ, 2. ब, 3. स, 4. स, 5. द, 6. स, 7. ब, 8. स, 9. अ, 10. ब.
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1.3K views15:12
ओपन / कमेंट
2021-07-12 13:00:48 हिन्दी प्रश्नोत्तर भाग-03

1. ’हम राज्य लिये मरते हैं’ किसकी काव्य-पंक्ति है?
उत्तर——– मैथिलशरण गुप्त
2. ’हिन्दी व्याकरण’ किसकी रचना है?
उत्तर——– कामताप्रसाद गुरु
3.’हिन्दी शब्दानुशासन’ किसने लिखा है?
उत्तर——– किशोरीदास वाजपेई
4.’हिन्दी भाषा का उद्भव और विकास’ किसकी रचना है?
उत्तर——– उदय नारायण तिवारी
5. ’देवीदीन’ मुंशी प्रेमचन्द के किस
उपन्यास का पात्र है?
उत्तर——– गबन
6. ’प्रैक्टिकल क्रिटिसिज्म’ किसका ग्रन्थ है?
उत्तर——– रिचर्ड्स
7. ’सेक्रेड वुड’ किसकी रचना है?
उत्तर——– टी.एस. इलियट
8. ’लिरिकल बैलेडस’ किसने लिखा है?
उत्तर——– विलियम वर्ड्सवर्थ
9. ’पोयटिक्स’ किसकी कृति है?
उत्तर——– अरस्तू
10. ’जात पांत पूछै नहिं कोई’ किसकी पंक्ति है?
उत्तर——– रामानन्द
11. ’प्रेम प्रेम ते होय प्रेम ते पारहिं पइए’ पंक्ति के
रचनाकार कौन हैं?
उत्तर——– सूरदास
12. ’आधुनिक काल में गद्य का आविर्भाव सबसे प्रधान
घटना है’ किसका कथन है?
उत्तर——– आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
1.4K views10:00
ओपन / कमेंट
2021-07-12 13:00:48 हिन्दी प्रश्नोत्तर भाग 01

प्रश्‍न – (1) वर्णो के समूह को कहते है।
उत्‍तर – शब्‍द

प्रश्‍न – (2) विस्‍तृत तथ्‍यों को संक्षिप्‍त में लिखना कहलाता है।
उत्‍तर – सारांश

प्रश्‍न - (3) ‘सुवाच्‍य‘ का सही अर्थ है।
उत्‍तर – सुपठनीय लेख

प्रश्‍न - (4) शिक्षण की श्रेष्‍ठ प्रविधि है।
उत्‍तर – प्रश्‍न प्रविधि

प्रश्‍न - (5) शब्‍द भण्‍डार में वृद्धि करने की प्रमुख विधि है।
उत्‍तर – वार्तालाप

प्रश्‍न - (6) बाल्‍यावस्‍था में भाषा सीखने का मुख्‍य आधार होता है।
उत्‍तर – अनुसरण

प्रश्‍न - (7) दु:ख की अनुभूति पर वाचक का स्‍वर भारी होना है।
उत्‍तर – ध्‍वनिवश्‍यता

प्रश्‍न - (8) ‘ कामायनी ’ किसकी प्रसिद्ध रचना है।
उत्‍तर – जयशंकर प्रसाद

प्रश्‍न – (9) ‘ गीतांजलि ’ के रचनाकार है।
उत्‍तर – रवीन्‍द्रनाथ टैगोर

प्रश्‍न – (10) ‘ गोदान ’ के लेखक है।
उत्‍तर – मुंशी प्रेमचन्‍द      

प्रश्‍न – (11) जो धातु या शब्‍द के अंत में जोडा जाता है। उसे क्‍या कहते है।
उत्‍तर – प्रत्‍यय

प्रश्‍न – (12) प्रख्‍यात में कौन सा उपसर्ग है।
उत्‍तर – प्र

प्रश्‍न – (13) हिन्‍दी में ‘कृत’ प्रत्‍ययों की संख्‍या कितनी है।
उत्‍तर – 42

प्रश्‍न – (14) ‘पुरोहित’ शब्‍द में प्रयुक्‍त उपसर्ग है।
उत्‍तर – पुर:

प्रश्‍न – (15) ‘संस्‍कार’ शब्‍द में प्रयुक्‍त उपसर्ग है।
उत्‍तर – सम्

प्रश्‍न – (16) ‘विज्ञान’ शब्‍द में प्रयुक्‍त उपसर्ग है।
उत्‍तर – वि

प्रश्‍न – (17) ‘चिरायु’ शब्‍द में प्रयुक्‍त उपसर्ग है।
उत्‍तर – चिर

प्रश्‍न – (18) ‘निर्वाह’ शब्‍द में प्रयुक्‍त उपसर्ग है।
उत्‍तर – निर

प्रश्‍न – (19) ‘धुंधला’ शब्‍द में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय है।
उत्‍तर –ला
*भाग-2*
प्रश्‍न – (1) ‘जिसके पास कुछ भी न हो’ उसे कहते है।
उत्‍तर – अकिंचन

प्रश्‍न – (2) ‘ जो व्‍यतीत हो गया हो ’ उसे कहते है।
उत्‍त्‍र - अतीत

प्रश्‍न – (3) ‘ जिसकी थाह न मिले ’ उसे कहते है।
उत्‍तर – अथाह

प्रश्‍न – (4) ‘ रात में पहरा देने वाला व्‍यक्ति ’ उसे कहते है।
उत्‍तर – यामिक

प्रश्‍न – (5) ‘ जिस वस्‍तु का मूल्‍य न आंका जा सके ’ उसे कहते है।
उत्‍तर – अमूल्‍य

प्रश्‍न – (6) ‘ श्रीगणेश करना ’ मुहावरे का अर्थ है।
उत्‍तर – शुभारम्‍भ करना

प्रश्‍न – (7) ‘ हाथ पैर मारना ’ मुहावरे का अर्थ है।
उत्‍तर – काफी प्रयत्‍न करना

प्रश्‍न – (8) ‘ हाथ मलना ’ मुहावरे का अर्थ है।
उत्‍तर – पछताना

प्रश्‍न – (9) ‘ चेहरे पर हवाइयॉ उडना ’ मुहावरे का अर्थ है।
उत्‍तर – घबराना

प्रश्‍न – (10) ‘ टका – सा मॅुह लेकर रहना ’ मुहावरे का अर्थ है।
उत्‍तर – शर्मिन्‍दा होना

प्रश्‍न – (11) हिन्‍दी खडी बोली किस अपभ्रंस से विकसित हुई है।
उत्‍तर – शौरसेनी

प्रश्‍न – (12) भाषा के आधार पर भारतीय राज्‍यों की पुन: संरचना कब की गई थी।
उत्‍तर – 1956 ई में

प्रश्‍न – (13) भाषाई आधार पर सर्वप्रथम किस राज्‍य का गठन हुआ।
उत्‍तर – आंन्‍ध्र प्रदेश

प्रश्‍न – (14) ‘बघेली’ बोली का संबंध किस उपभाषा से है।
उत्‍तर – पूर्वी हिन्‍दी

प्रश्‍न – (15) भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की संख्‍या है।
उत्‍तर – 22

प्रश्‍न – (16) हिन्‍दी की आदि जननी है।
उत्‍तर – संस्‍कृत

प्रश्‍न – (17) भाषा की सबसे छोटी इकाई है।
उत्‍तर – वर्ण

प्रश्‍न – (18) हिन्‍दी वर्णमाला में ‘अयोगवाह’ वर्ण कौन से है।
उत्‍तर – अं, अ:

प्रश्‍न – (19) ‘ए’ ‘ऐ’ वर्ण क्‍या कहलाते है।
उत्‍तर – कंठ-तालव्‍य

प्रश्‍न – (20) ‘क’, ‘ग’, ‘ज’, ‘फ’ ध्‍वनियॉ किसकी है।
उत्‍तर – अरबी-फारसी
1.3K views10:00
ओपन / कमेंट
2021-07-11 17:30:07 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1. अशुद्ध शब्द छांटिए –
अ. पाँचवी
ब. दूसरी
स. पहली
द. द्वितीय

2. ‘बिना विचार किया हुआ विश्वास’ के लिए शब्द है –
अ. अविश्वास
ब. अंधविश्वास
स. सविश्वास
द. बेविश्वास

3. ‘मधुवन की छाती को देखो, सूखी कितनी इसकी कलियाँ’ में अलंकार है -
अ. उत्प्रेक्षा
ब. श्लेष
स. यमक
द. रूपक

4. ‘मैं उस मकान में रहता हूँ जिसमें कभी गुरु जी पढ़ाते थे’ वाक्य है -
अ. सरल वाक्य
ब. संयुक्त वाक्य
स. मिश्र वाक्य
द. कोई भी नहीं

5. ‘घी के दीए जलाना’ मुहावरे का अर्थ है -
अ. घी से दीए जलाना
ब. दीए में घी डालना
स. बहुत खुश होना
द. अच्छा कार्य करना

6. ‘पंजाब’ समस्त पद किस समास का उदाहरण है -
अ. कर्मधारय
ब. बहुब्रीहि
स. द्विगु
द. द्वंद्व

7. निम्न में से किसमें अनुस्वार का प्रयोग नहीं हुआ है -
अ. गंगा
ब. चंचल
स. ठंडा
द. नहीं

8. निम्न में से अघोष व्यंजन है -
अ. ग
ब. र
स. स
द. ह

9. ‘कामदेव’ का पर्यायवाची शब्द नहीं है -
अ. मनोज
ब. कंदर्प
स. काम
द. सुरपति

10. व्यंजन संधि का उदाहरण नहीं है –
अ. उच्चारण
ब. सज्जन
स. अनुच्छेद
द. व्यूह

उत्तर : 1. अ, 2. ब, 3. ब, 4. स, 5. स, 6. स, 7. द, 8. स, 9. द, 10. द.
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
608 views14:30
ओपन / कमेंट
2021-07-11 05:14:19

उसने कहा था @Hindi_Sahitya

लेखक - चंद्रधर शर्मा गुलेरी
प्रकाशन - 1915 ई. सरस्वती में
पात्र - लहना सिंह, होरा, हजारा सिंह,बोधा सिंह, वजिरा सिंह,अतर सिंह,महा सिंह, कीरत सिंह, पोल्हू राम, अब्दुला।

विषय ; पूर्व दीप्ति शैली की कहानी
प्रेम का आदर्श स्वरूप चित्रित।
त्याग एवम् वीरता की कहानी।
देश प्रेम की कहानी।
वचन बद्धता एवम् उस हेतु कुर्बानी की कहानी
फ्रांस और बेल्जियम में युद्ध की कहानी।

कथावस्तु;
बाल्य वर्ग( तब लहना 12वर्ष का और सूबेदारनी 8 वर्ष की) के एक लड़का लड़की बाज़ार में मिलते हैं, जहां उनके बीच भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है।
रोज - रोज मिलते हैं.. कथा आगे बढ़ जाती है..
देश प्रेम की ओर!!!

महत्त्वपूर्ण बिंदु;

सैन्य जीवनचर्या

" उसने जो कहा था" वह मैंने कर दिखाया ।
लहना सिंह
अमृतसर का जिक्र
बड़े बड़े शहरों के इक्के गाड़ी वालों की ज़बान के कोड़ों से जिनकी पीठ छिल गई है और कान पक गए हैं, उनसे हमारी प्रार्थना है कि अमृतसर के बम्बू कार्ट वालों की बोली का मरहम लगावे।
लेखक

यह बात नहीं कि उनकी जीभ चलती नहीं; पर मीठी छूरी की तरह महीन मार करती हुई। लेखक

हट जा जीने जोगिए; हट जा करमांवालिए; हट जा पुत्ता प्यारिए; बच जा लंबी वालिए।
इक्कावान, बंबू कार्ट वाले

वह अपने मामा के केश धोने के लिए दही लेने आया था और वह रसोई के लिए बड़ियां।

लड़की मगरे में ,मामा अतर सिंह के वहां रहती है।
लड़का मांझे में ,गुरूबाजार ,मामा के घर

"तेरी कुड़माई हो गई?"... लड़का

धत्त (शर्म से)।.. लड़की

" हां, हो गई।"...

' कल, देखते नहीं , यह रेशम से कढ़ा हुआ सालू
।'


लड़के की प्रतिक्रिया;
एक लड़के को मोरी में ढकेल दिया।
छावडी वाले की कमाई खोई।
एक कुत्ते को पत्थर मारा।
गोभी वाले ठेले में दूध उड़ेल दिया।
सामने से नहा कर आती हुई किसी वैष्णवी से टकराकर अंधे की उपाधि पाई।

कथन;
नगरकोट का जलजला सुना था, यहां दिन में पच्चीस जलजले होते हैं।
न मालूम बेईमान मिट्टी में लेटे हुए है या घास की पत्तियों में छिपे रहते हैं।

उक्त कथन लहना सिंह के

"तुम राजा हो, मेरे मुल्क को बचाने आए हो।"
फिरंगी मेम, लहना को

चार दिन तक पलक नहीं झपकी।
बिना फेरे घोड़ा बिगड़ता है और बिना लड़े सिपाही। लहना सिंह


लड़ाई के मामले जमादार या नायक के चलाए नहीं चलते। बड़े अफसर दूर की सोचते हैं।
हजारा सिंह सूबेदार
.. एक धावा हो जाए तो गर्मी आ जाए।"
लहना सिंह
हां, देश क्या है, स्वर्ग है। मैं तो लड़ाई के बाद सरकार से दस घुमा जमीन यहां मांग लूंगा और फलों के बूटे लगाऊंगा। लहना सिंह

जाड़ा क्या है, मौत है, और निमोनिया से मरने वालों को मुरब्बे नहीं मिला करते ।"
वजीरा सिंह , लहना सिंह को कहता है।

लपटन साहब 5 वर्ष से उसकी रेजिमेंट में थें।
कोई जर्मन लपटन के वेश में आता है,,
जगाधरी जिले में नीलगाय और उसके
2 फूट 4इंच लम्बी सींगे..इत्यादि बातों से
उसे बातों ही बातों में लहना समझ जाता है।

होश में आओ। कयामत आई है और लपटन साहब की वर्दी पहन कर आई है।
लहना सिंह वजीर सिंह से
आठ नहीं, दस लाख। एक एक अकालिया सिक्ख सवा लाख के बराबर होता है। चले जाओ।
लहना सिंह, वजीर सिंह से

और हवा ऐसी चल रही थी जैसे बाणभट्ट की भाषा में " दंत वीणा उपदेश आचार्य" कहलाती है।

सुनिए तो, सूबेदारनी होरा को चिट्ठी लिखो , तो मेरा मत्था टेकना लिख देना और जब घर जाओ तो कह देना कि मुझमें को उसने कहा था वह मैंने कर दिया।
लहना सिंह, हजारा सिंह से

मृत्यु के कुछ समय पहले स्मृति बहुत साफ हो जाती है।
जन्म भर की घटनाएं एक एक करके सामने आती हैं।
सारे दृश्यों के रंग साफ होते हैं। समय की धुंध बिल्कुल उन पर से हट जाती है।
लेखक

25 वर्ष बीत गए । अब लहना सिंह न. 77 में जमादार हो गया है।

फ्रांस और बेल्जियम - 68 वीं सूची - मैदान में घावों से मरा - न. 77 सिख राइफल जमादार लहना सिंह
▰▱▰▱▰▱▰▱▰▱▰▱▰▰▱
Join @Hindi_Sahitya
970 views02:14
ओपन / कमेंट
2021-07-10 17:30:07 अति महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ट प्रश्नोतर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1. अशुद्ध शब्द छांटिए –
अ. आज्ञाकारी
ब. आज्ञाकारिणी
स. आज्ञा
द. आज्ञाकारीणी

2. सदय का विलोम शब्द है –
अ. दयालु
ब. निर्दय
स. पत्थर-दिल
द. कठोर

3. ‘चरण-कमल बंदौ हरिराई’ में अलंकार है -
अ. उत्प्रेक्षा
ब. उपमा
स. यमक
द. रूपक

4. ‘वह अगले साल आएगा’ में कारक है -
अ. कर्ता
ब. कर्म
स. संप्रदान
द. अधिकरण

5. ‘दूध का दूध पानी का पानी’ लोकोक्ति का अर्थ है -
अ. दूध और पानी अलग करना
ब. अन्याय नहीं करना
स. निरपेक्ष न्याय करना
द. दूध में पानी मिलाना

6. किस शब्द में संज्ञा से विशेषण नहीं बना है -
अ. गुलाबी
ब. गरीबी
स. रसीला
द. भूखा

7. ‘जो सोएगा सो खोएगा’ में सर्वनाम है -
अ. पुरुषवाचक सर्वनाम
ब. मध्यम पुरुष सर्वनाम
स. निजवाचक सर्वनाम
द. संबंधवाचक सर्वनाम

8. ‘बुराइयों से सदा बचो’ में संज्ञा है -
अ. जातिवाचक
ब. भाववाचक
स. व्यक्तिवाचक
द. समूहवाचक

9. ‘सिंह’ का पर्यायवाची शब्द नहीं है -
अ. मृगराज
ब. पंचानन
स. शार्दूल
द. वाजी

10. व्यंजन संधि का उदहारण है –
अ. उच्चारण
ब. निष्फल
स. नरेश
द. व्यूह

उत्तर : 1. द, 2. ब, 3. द, 4. द, 5. स, 6. ब, 7.द , 8. अ, 9. द, 10. अ.
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
552 views14:30
ओपन / कमेंट
2021-07-10 08:00:04 5. गुणवाचक तद्धित प्रत्यय:

ऐसे प्रत्यय जो शब्द में लगने के बाद शब्द को गुणवाचक बना दे, वे प्रत्यय गुणवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं।

गुणवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

भूख , प्यास , ठंड , मीठ + आ = भूखा , प्यासा , ठंडा , मीठा आदि ।
शरीर , नगर , इतिहास + इक = शारीरिक , नागरिक , ऐतिहासिक आदि ।
पक्ष , धन , लोभ , क्रोध , गुण , विद्याथ , सुख , ज्ञान , जंगल + ई = पक्षी , धनी , लोभी , क्रोधी , गुणी , विद्यार्थी , सुखी , ज्ञानी , जंगली आदि ।
शाप , पुष्प , आनन्द , क्रोध + इत = शापित , पुष्पित , आनन्दित , क्रोधित आदि ।
चमक , भडक , रंग , सज + ईला = चमकीला , भडकीला , रंगीला , सजीला आदि ।
वांछन , अनुकरण , भारत , रमण + ईय = वांछनीय , अनुकरणीय , भारतीय , रमणीय आदि ।
बुद्धि , शक्ति , गति , आयुष + मान = बुद्धिमान , शक्तिमान , गतिमान , आयुष्मान आदि ।
जैसा कि हम उप दिए गए उदाहरणों में देख सकते हैं की यहाँ पहले शब्द भिन्न थे वे संज्ञा के अंतर्गत थे। फिर हमने इत, मान आदि प्रत्ययो को उन शब्दों के साथ जोड़ा। जैसे ही वे प्रत्यय शब्द के साथ जुड़े वैसे ही वे शब्द भी बदल गए एवं उनके अर्थ भी बदल गए। अतः ये उदाहरण गुणवाचक तद्धित प्रत्यय के अंतर्गत आएंगे।

6. स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय:

ऐसे प्रत्यय जिनसे हमें किसी स्थान का बोध हो वे प्रत्यय स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे:

स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

डेरे , दिल्ली , बनारस , सुरत , चाय + वाला = डेरेवाला , दिल्लीवाला , बनारसवाला , सुरतवाला , चायवाला आदि ।
पटना , मुम्बई , नागपुर , जयपुर + इया = पटनिया , मुम्बईया , नागपुरिया , जयपुरिया आदि ।
गुजरात , पंजाब , बंगाल , जर्मन + ई = गुजरती , पंजाबी , बंगाली , जर्मनी आदि ।
कलक , तिरहु + तिया = कलकतिया , तिरहुतिया आदि ।
सर्व , यद , तद + त्र = सर्वत्र , यत्र , तत्र आदि ।

7. सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय

जिन प्रत्ययों को जोड़ने से बने हुए शब्दों से समानता का पता चले उन्हें सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय कहते हैं ।

सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

पीला , नीला , काला + सा = पीला सा , नीला सा , काला सा आदि ।
सुन , रूप + हरा = सुनहरा , रूपहरा आदि ।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते हिं ये जो मुख्या शब्द थे वे हमें पहले किनहीं रगों का बोध करा रहे थे लेकिन जब हमने उन शब्दों में प्रत्यय मिलाये तब उन शब्दों में परिवर्तन आ गया। ये शब्द अब हमें समानता का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण सादृश्यवाचक तद्धित प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगे।

8. ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय

ऐसे प्रत्यय जिनसे हमें किसी वास्तु व्यक्ति आदि कि लघुता, प्रियता, हीनता आदि का बोध हो वह प्रत्यय ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे:

ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण :

टोप , कोठर , टोकन , ढोलक , मण्डल , टोकरा , पहाड़ , घन + ई =टोपी , कोठरी , टोकनी , ढोलकी , मण्डली , टोकरी , पहाड़ी , घण्टी आदि ।
पाग , टूक , टांग + डी = पगड़ी , टुकड़ी , टंगड़ी आदि ।
खाट , साँप + ओला = खटोला , संपोला आदि ।
ढी , लोटा , डिबा , खाट + इया = बुढिया , लुटिया , डिबिया , खटिया आदि ।
जैस कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते हैं, पहले जो मुख्या शब्द थे वे भिन्न थे एवं उनका कुछ और अर्थ निकल रहा था। फिर हमने उन शब्दों में प्रत्यय जोड़े, फिर वे शब्द परिवर्तित हो गए।

उन शब्दों का अर्थ भिन्न हो गया। अब ये शब्द हमें लघुता, प्रियता, हीनता आदि का बोध करा रहे हैं। अतः ये उदाहरण ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय के अंतर्गत आयेंगें।
979 views05:00
ओपन / कमेंट